दोस्तों आपने हाइड्रोपोनिक्स विषय के बारे में बहुत सी विडियो व कई आर्टिकल इंटरनेट पर जरूर पढ़े या देखे होंगे, जिसमे हाइड्रोपोनिक के बारे में बहुत सी बाते बताई गई होंगी, जैसा कि हाइड्रोपोनिक्स विधि में बिना मिट्टी के खेती की करने की एक विशेष तकनीक है, लेकिन इस तकनीक को कैसे प्रयोग में लाएं कोई सीधा सीधा नहीं बताता, कई लोग ओर कंपनियां तो इस तकनीक को सिखाने के लिए हजारों रुपए फीस के रूप में चार्ज कर रहे है। जो कि हर किसी के लिए संभव नहीं है, हाइड्रोपोनिक विधि से खेती या सब्जियों की बागवानी कोई नई चीज नहीं है,, इस विधि का प्रयोग कई सालों पहले से होता आ रहा है, लेकिन सीमित जानकारी व पूर्ण ज्ञान के अभाव के कारण यह जानकारी आम लोगों तक कम ही पहुंच पाई थी,, लेकिन आज बढ़ते इंटरनेट व सूचना विज्ञान के माध्यम हर जानकारी तक आम आदमी भी आसानी से पहुंच सकता है। व अपने उपयोग अनुसार इन जानकारियों से फायदा ले सकता है ।
लेख पढ़ें :- हाइड्रोपोनिक्स क्या है।
दोस्तों हाइड्रोपोनिक्स जल कृषि के नाम से भी पूरी दुनिया में विख्यात है, और बिना मिटटी के खेती यानी फसलों की पैदावार करने की एक बेहतरीन विधि है। जिसमे बिभिन्न प्रकार की सब्जियों और अन्य फसलों की खेती आधुनिक तरीके से की जाती है। जो को उच्च गुणवत्त युक्त व रोगाणु मुक्त होती है। जैसा कि आप जानते है पोधौ के विकास या कहें फसल उत्पादन के लिए खेतों में कई प्रकार की ऑर्गेनिक या रासायनिक खादों का प्रयोग किया जाता है, जिससे फसल की अच्छी उपज प्राप्त की जा सके।
उसी प्रकार हाइड्रोपोनिक्स में भी पौधों या फसल की बेहतर उपज के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि इसमें मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती इसलिए पोषक तत्त्व जल के साथ पौधों को उपलब्ध करवाई जाती है ।
लेकिन इस विधि में बहुत सी अन्य बातों को ध्यान रखना भी रखना पड़ता है, जैसे कि पोधों के विकास के लिए उचित वातावरण, तापमान, नमी व उचित पोषक तत्त्वों की उचित समय अनुसार व्यवस्था, इन सभी बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है। जो कि बहुत आसान भी है, इन सभी बातों का ध्यान रखे बिना इस तकनीक में सफलता नहीं पाई जा सकती है।
पौधों के मुख्य पोषक तत्त्वों के लिए यह आर्टिकल पढ़ें,
लेकिन यदि आप उपयुक्त सभी बातों का ध्यान रख कर हाइड्रोपोनिक्स विधि का प्रयोग करते है, तो आप पारंपरिक खेती की तुलना में 3 गुना अधिक उपज ले सकते है, ओर कम जगह में भी अधिक मुनाफा कमा सकते है।
हाइड्रोपोनिक्स तकनीक का एक फायदा यह भी है कि जमीन व खेत आदि के बिना भी इस तकनीक से खेती की जा रही है, जिसे आज के आधुनिक युग में इनडोर फार्मिंग के नाम से भी जाना जा रहा है। जिसमे किसी भी मौसम में बाजार की मांग के अनुसार कोई भी उपज ले सकते है, ओर इसमें किसी भी प्रकार के रासायनिक (Pesticides) कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया जाता है, जो कि आज के समय में हजारों बीमारियों का कारण बन चुके है।
इनडोर फार्मिंग के तहत हाइड्रोपोनिक्स वेजिटेबल फार्म घर की छतों पर भी आसानी से विकसित किया जा रहा है। ओर इसका प्रयोग बेहतर मुनाफे व सुरक्षित भोजन में लिए लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
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अधिक गुणवत्ता युक्त और हर प्रकार की Disease Free रोग मुक्त सब्जियों व फसलों की मांग बढ़ने के करने हाइड्रोपोनिक्स वैश्विक स्तर पर बहुत ही तेजी से अपनाया जा रहा है, ओर विभिन्न प्रकार की फसलों का उत्पादन किया जा रहा है।
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दोस्तों इस ई बुक में बहुत ही सरल व आसान तरीके से हाइड्रोपोनिक्स के सभी विषयों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया है। जिससे आपको इस तकनीक को सीखने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा व आप बहुत ही कम खर्चे में इस तकनीक को आसानी से प्रयोग में ला सकेंगे। तथा आसानी से अपना हाइड्रोपोनिक फार्म विकसित कर सकेंगे।
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